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Chapter 6 - Chapter 6 " आखिर तुम हो क्या SKS ?"

SKS के कहने की वजह से Yash उन्हें एक बहुत बड़े 5 Star Restaurant में ले कर आ जाता है उस आलीशान Restaurant को देख राधिका भी सोचने पर मजबूर हो गई कि सिर्फ खाना खाने के लिए वो इतने बड़े Restaurant में क्यों आए हे ?

SKS और Yash बाते करते हुए Restaurant की और बड़ रहे थे उनके पीछे पीछे राधिका भी बढ़ रही थी उसका ध्यान उस बड़े से Restaurant को देखने में लगा हुआ था तभी उसकी पहनी हुई एक Heel अचानक से टूट गई ओर राधिका वही सीढ़ियों पर पैर मुरझाने की वजह से गिर गई ।

SKS जैसे ही ये देखता हे वो बिना देर किए जल्दी से भागते हुए राधिका की और बड़ने लगा । राधिका दर्द में अपनी टूटी हुई Heel को देखते हुए अपने आप को कोस रही थी " आखिर मेरे ही साथ ये क्यों होता है । पहले Dad मुझे और Mom को बीच रास्ते में छोड़ कर चले गए और अब तुमने भी मेरे साथ वही किया । क्या ऐसी कोई चीज नहीं, जो हमेशा मेरे साथ रहे ।" टूटी हुई Heel को देखते हुए ठोड़ा मायूस हो कर कहा

वो जैसे ही उठने के लिए हुई वैसे ही उसके मोच खाए हुए पैर में दर्द बढ़ गया जिसकी वजह से उसकी दोनो आंखे बंद हो गई तभी उसे महसूस हुआ कि कोई उसे अपनी बाहों में उठा रहा हे । वो उस इंसान को देखने के लिए हल्के से अपनी आंखे खोलती हैं ओर उसे दिखाई देता हे वो इंसान उसका नया Boss SKS था ।

SKS Radhika की बड़ी बड़ी आंखों में देखते हुए उसे Restaurant की और ले जा रहा था ओर राधिका उसकी आखों में देखते हुए सोच रही थी कि उसके पत्थर दिल Boss ने उसकी मदद कैसे कर दी ?

वो जैसे ही Restaurant के अंदर घुसा उसने राधिका की चिंता करते हुए चिल्ला कर कहा —" Where Is First Aid... ?"

उसके चिल्लाते ही Yash भागते हुए उसके पास एक First Aid Box ले कर आया । जैसे ही वो First Aid Box आया वैसे ही SKS राधिका को पास के एक Couch पर बिठाता हे । Yash उसे एक बैंडेज देता हे जिसे SKS राधिका के पैर पर बांधने लगता हे और ये नजारा वहां मौजूद हर इंसान हैरान हो कर देखे जा रहा था कोई भी अपनी आखों पर यकीन नहीं कर पा रहा था कि SKS एक लड़की के लिए अपने घुटनों पर कैसे आ गया ।

लेकिन इस वक्त SKS को अपनी उस तानाशाह वाली इमेज से रद्दी भर फर्क नहीं पड़ रहा था । राधिका उन सभी लोगो को SKS की और ऐसा देखते हुए देख कर थोड़ा नर्वस हो जाती हे । वो SKS के हाथो से उस बैंडेज को लेने की कोशिश करती हे लेकिन SKS उससे Serious हो कर कहता हे —" क्या तुम दो मिनट के लिए बिना हिले रह सकती हो, मुझे बैंडेज लगाने में Problem हो रही है ।" Radhika के पैरों को देखते हुए कहा

उसके कहते ही राधिका झट से अपने हाथो को पीछे खींच लेती है । वो बैंडेज बांधते हुए SKS को देख कर अपने मन में कहती हे —" मैं जितना इस इंसान को देख रही हूं, ये उतना ही मुझे और Confused कर रहा है । आखिर आपकी असलियत है क्या SKS... ?"

शिवाय जैसे ही बैंडेज बांधता हे वो खड़े हो कर राधिका की और अपना हाथ बढ़ाते हुए उससे कहता हे —" अगर चलने में जरा भी दिक्कत हो, तो बस मुझे एक बार कह देना, मैं तुम्हारे लिए पूरा Hospital.." राधिका SKS की आखों में देखे जा रही थी तभी Yash बीच में आ कर एक नकली स्माइल के साथ राधिका से कहता है —" आपको Hospital ले चलेंगे ।"

उसके बीच में बोलते ही SKS को याद आता हे कि वो अनजाने में ही अपनी Feeling राधिका के सामने उजागर करने वाला था लेकिन वक्त पर आ कर Yash ने उसे रोक दिया । वो राधिका को Couch पर ही छोड़ते हुए खाना खाने के लिए VIP Room की और बड़ने लगा ।

ये देखते ही राधिका हैरानी भरी नजरों से उसे देखने लगती है । उसने अपने मन में गुस्सा करते हुए कहा —" सच में ये बहुत अकड़ू हे, लोग इसके बारे में सच ही कहते हे । पत्थर दिल SKS.. ." 

वहां मौजुद Yash, Radhika की Help करते हुए उसे VIP Room में ले कर आता हे वो जैसे ही वहां पहुंची उसे दिखाई दिया SKS खाने का Menu ले कर बैठा हुआ था । Yash और Radhika उसके सामने वाली कुर्सी पर आ कर बैठते हैं।

SKS Radhika को छुप छुप कर देखते हुए अपने मन में कह रहा था —" अगर सही वक्त पर Yash नहीं आता तो राधिका को मेरी बातों से ही समझ आ जाता की मुझे उससे प्यार हे, और अगर वो ये समझ जाती तो एक बार फिर मेरे साथ वही होता जो 10 साल पहले हुआ था । उसके लिए मुझे Reject करना आज भी कोई नई बात नहीं ।"

"" मुझे लगा था कि मैं अपनी Feeling को अच्छे से छुपा सकता हूं, लेकिन शायद मैं गलत था, और मुझे होना भी था । राधिका मेरा पहला प्यार है उसे भुलाने की मैने लाख कोशिश की लेकिन भूला नहीं पाया । उसके सामने आते ही मैं भूल जाता हु कि मैं शिवाय नहीं SKS हूं ।""

कुछ वक्त में ही वो वहां से खाना खा कर बाहर निकलने लगे वो जैसे ही रेस्टोरेंट की Exit पर पहुंचे राधिका ने Yash से ठोड़ा सोचते हुए कहा —" मुझे लगता हे शायद आप Bill देना भूल गए ,Sir ."

ये सुनते ही Yash ने एक हल्की सी मुस्कुराहट के साथ राधिका को बताया कि ये Restaurant शिवाय की Mom, Mrs कामिनी देवी का है जिसकी वजह से उन्हें यहां कभी Bill नहीं देना पड़ता और घर के जैसा खाना भी मिल जाता है।

ये सुनते ही राधिका ने SKS को हैरानी से देखते हुए अपने मन में कहा —" क्या किस्मत ले कर आए हो शिवाय कृष्णा स्वामी । तुम्हारी किस्मत से तो मुझे भी जलन होने लगी हे ।"

जैसे ही वो सभी Car के पास पहुंचे SKS ने Car का दरवाजा खोलते हुए राधिका से कहा —" पीछे आ कर बैठ जाओ, हम तुम्हे घर छोड़ देंगे । वैसे भी आज Office में इतना काम नहीं है ।" राधिका से झूठ बोलते हुए कहा

उसके ये कहते ही Yash हैरानी से SKS को देखने लगा वो जानता था कि Office में कितना सारा काम उन्हें करना है और SKS है कि उस काम को कुछ भी नहीं समझ रहा ।

राधिका यश की और देखते हुए उससे पूछती हे —" क्या सच में Sir आज इतना काम नहीं है ?" उसके ऐसा कहते ही SKS ने उसे Car के अंदर बिठाते हुए कहा —" इसमें Yash से पूछने की क्या बात है। मैं Yash का भी Boss हु, और Boss जो कहता हे वही सही होता हे ।

Driver, गाड़ी को Miss Radhika के घर ले चलो ।"

Radhika SKS के बगल में बैठे बैठे अपने मन में SKS के बारे में सोचते हुए बढ़ बड़ा रही थी —" आखिर ये सब हो क्या रहा हे ? Office का पहला दिन और मुझपे इतने सारे फेवर, ये कुछ हजम नहीं हो रहा ।

कही इसके पीछे कोई और वजह तो नहीं ?"

तभी उसे Lift में बात कर रही उन दोनो लड़कियों की बात याद आती है " कही.... उन्हें Office में किसी से प्यार तो नहीं हो गया ? एक वही चीज है जिसकी वजह से लड़के अपने आप को ऊपर से नीचे तक पूरा Change कर सकते हैं" इतना सोचते ही राधिका SKS को बड़ी बड़ी आंखें कर के देखने लगी

उसने Shock के साथ थोड़ा शर्मा कर अपने मन में कहा —" कही इन्हें मुझसे ही तो प्यार नहीं हो गया, लेकिन कैसे ? मैं तो इनसे पहली बार मिल रही हूं ।

नहीं नहीं , ऐसा नहीं हो सकता । भला इतना बड़ा इंसान मुझे क्यों पसंद करेगा और अगर मान भी ले कि वो मुझे पसंद करता भी हे तो इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता ।"

SKS हल्के से अपना सिर राधिका की और करता हे उसके सिर घूमाते ही राधिका झट से अपनी गर्दन घुमा कर खिड़की के बाहर देखने लगती हे । राधिका की Life की बाते पता लगाने के लिए और उससे थोड़ी बातें करने के लिए SKS उससे कुछ पर्सनल सवाल करते हुए पूछता हे —" वैसे Miss Radhika, आपके घर में कौन कौन रहता हैं ?"

उसके अचानक से ऐसा पर्सनल सवाल पूछते हुए देख राधिका का शक अब यकीन में बदलने लगा । उसने शिवाय से कहा —" Sir ,आप एक दम से मेरी फैमिली के बारे में क्यू पूछ रहे हे ?"

उसके मुंह से ये सुनते ही SKS थोड़ा हड़बड़ा जाता हे उसे राधिका से ऐसे उल्टे सवाल की उम्मीद नहीं थी ।

उसने बात को घूमाते हुए कहा —" कुछ गलत मत समझना, ये सब तो मैने बस वक्त काटने और तुम्हारा ध्यान दर्द से दूसरी और करने के लिए पूछा था । मुझे तुम्हारी पर्सनल Life से कोई लेना देना नहीं ।"

राधिका ने तिरछी नजरे कर के उसकी और देखते हुए अपने मन में कहा —" क्या सच में आपको मेरी पर्सनल Life के बारे में नहीं जानना ?"

उसने उससे कहा —" ठीक है, क्योंकि अपने मेरे पैर पर बैंडेज बांधा और मुझे आज की छूटी भी दी इस लिए मैं आपको अपनी पर्सनल Life के बारे में बता देती हूं ।"

" आम तौर पर मैं किसी को अपनी Life में झांकने नहीं देती हु इस लिए मुझसे वादा कीजिए कि आप इन बातों को किसी और के सामने कभी नहीं कहेंगे ।" अपना हाथ उसकी और बढ़ाते हुए कहा

SKS उसकी आखों में देखते हुए उसके हाथ को पकड़ कर उससे वादा करते हुए कहता है —"" मुझ पर एक बार यकीन कर के देखो, मैं कभी तुम्हारा दिल नहीं टूटने दूंगा ।

ये SKS का वादा है और ये पूरी दुनिया जानती है कि SKS अपने वादे का कितना पक्का है ।""

राधिका को उसकी आंखे में एक अलग ही चमक दिखाई दे रही थी उस चमक से ही जाहिर हो चुका था कि SKS राधिका से सच कह रहा था । राधिका ने अपनी Life के बारे में उसे बताते हुए कहती है —" मैं अपनी मां के साथ रहती है । उनकी एक छोटी सी बेकरी Shop हे लेकिन आस पास Mall और बेकरी खुलने की वजह से उनका Business ठोड़ा ठंडा हे।"

" वो पूरी तरह अपनी बेकरी पर निर्भर हे ऊपर से घर और दुकान की EMI की वजह से वो और भी ज्यादा परेशान रहती थी उनकी इसी परेशानी को दूर करने के लिए मैं आपकी कम्पनी में Job करने के लिए आई थी ।"

" और सच कहूँ तो मुझे बिल्कुल उम्मीद नहीं थी कि मुझे इतनी बड़ी कंपनी में बिना Experience के Job मिल सकती थी ।" हैरानी भरे स्वरों में कहा

ये सुनते ही आगे बैठे Yash ने अपने मन में कहा —" जब आपके सामने आपकी पसंदीदा औरत खड़ी हो तो आपके लिए Experience जैसी चीजें मायने नहीं रखती । वैसे भी जब तक हम दोनों यहां है इस कंपनी को कुछ नहीं होगा ।"

राधिका ने आगे कहा —"" मेरी मां के लिए मैं कुछ भी कर सकती हु, अगर इस दुनिया में मेरी खुशी से भी बढ़ कर कोई चीज हे तो वो मेरी मां । बचपन से आज तक उन्होंने मुझे पापा की कमी महसूस ही नहीं होने दी फिर चाहे दुनिया ने उन्हें कुछ भी कहा ।"" भावुक होते हुए कहा

SKS एक रुमाल उसे देता हे और उससे थोड़े नर्म मिजाज के साथ कहता हे —" मुझे माफ करना, मैं नहीं जानता था कि तुम्हारे Dad इस दुनिया में नहीं है ।"

राधिका ने अपने आंसुओं को पोछते हुए नफरत के साथ कहा —" वो इस दुनिया में हैं, लेकिन मैं उनका चेहरा भी नहीं देखना चाहती ।"

To Be Continues...

Radhika अपने पिता से नफरत क्यों करती हे ? क्या SKS राधिका की कोई मदद कर पाएगा ? बने रहो No 1 Businessman के साथ

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